100+ Attitude Bad Boy Shayari – Bad Boy Attitude Shayari

Are you ready to unleash your inner rebel and showcase your unapologetic attitude? Look no further! Here’s more than 100 Attitude Bad Boy Shayari

Attitude Bad Boy Shayari

 

 

 

 

 

 

 

 

“दुनिया कहे मुझे बुरा, मैं कहूँ अच्छा हूँ,
जो नजर मिले देखे, मैं कहूँ अच्छा हूँ।

रास्ते के हर कोने से, मुझको नजर आता है,
हाथ में शोला, दिल में जज़्बा, ये बदमाशी छाता है।

सुर्ख आसमान में, अपना रास्ता बनाता हूँ,
दुश्मनों को झुकने, मैं कहूँ अच्छा हूँ।

सोच लो जो भी हो, मैं बस ऐसा ही हूँ,
दुनिया की नजरों में, मैं कहूँ अच्छा हूँ।”

 

Attitude Bad Boy Shayari

 

 

 

 

 

 

 

 

“सज़ा नहीं, जज्बातों की बात करता हूँ, हर दिल में एक राजा, ये बदमाश जानता हूँ।

ना रुकूंगा मैं किसी के सामने, ना झुकूंगा, जो चाहूंगा वहीं करूंगा, ये दुनिया भी जानता हूँ।

रास्तों का मैं सच्चा सफ़री, हर रोज़ कुछ नया करता हूँ, जो भी हो मेरा रास्ता, मैं खुद ही निर्धारित करता हूँ।

आज़ादी की हवा में उड़ता, मैं बदमाशी से ज़िंदा हूँ, हर चुभते इरादे के पीछे, ये बदमाश छुपा हूँ।”

This shayari exudes a fearless attitude, emphasizing independence and a refusal to conform to societal expectations. It captures the essence of living life on one’s own terms, unapologetically embracing the rebellious spirit within.

 

Attitude Bad Boy Shayari

“बदमाशी मेरी अदा, ज़िन्दगी मेरी रवाना,
हर कदम पे नया मुकाम, मैं खुद को जानता हूँ।

रोशनी की तलाश में, अंधेरों में निखरता हूँ,
मेरी बदमाशी जो देखे, दुनिया कुछ भी कहे, मैं तो बस मुस्कराता हूँ।

हर राज़ को सिर्फ़ ख़ुदा को बताता हूँ,
बाज़ारों में मेरा नाम, मैं खुद ही बिकता हूँ।

चुप्पाँ चुप्पाँ बातों का, जवाब मैं ही देता हूँ,
अपनी बदमाशी में, अपनी ही ज़िन्दगी को जीता हूँ।”

This Shayari embodies the swagger and self-assurance of a “bad boy,” confidently navigating through life’s challenges with a hint of rebellion and a smirk of confidence.

 

Attitude Bad Boy Shayari

“हर कदम पर नयी राह, हर दिन नया मकसद,
बदमाशी में ताकत, बे-फिक्री में ज़िंदगी की ख़ुशी।

चुपके से चलता हूँ, हर नज़र मुझपे रुकती है,
सिर्फ अपनी मर्ज़ी का रास्ता, खुद को बदलता हूँ।

समझो मुझे न बेवकूफ, मैं नहीं हूँ वो साधा,
हर बात में जवाब देता, मैं अपना ही खेल खेलता हूँ।

जीने का मज़ा है, हर चुनौती को गले लगाकर,
मैं हूँ वो बदमाश, जो दुनिया को दिखलाता हूँ।”

This Shayari portrays the fearless and carefree demeanor of a “bad boy,” embracing challenges and carving his path in life with confidence and determination.

-> Royal Attitude Shayari For Boys

Part 2 of Attitude Bad Boy Shayari

Attitude Bad Boy Shayari

“ज़िंदगी का हर मोड़, मैंने ही सवारा है,
आज़ाद खुद को किया, अपने ख्वाबों का ज़मीर बनाया है।

सिर्फ़ अपनी मर्ज़ी का मालिक, मैंने खुद को पुकारा है,
जो चाहूं वही करूं, मैं खुद को बादशाह बनाया है।

चुपचाप चलता हूं, जबरदस्ती नहीं किसी की सुनता हूं,
हर कदम पे नया रास्ता, बदलता जीवन का सफर बनाया है।

बदमाश हूं मैं, आज़ादी की हवा में उड़ता हूं,
अपनी हर चाल में, अपनी ही ज़िन्दगी को जीता हूं।”

This Shayari encapsulates the self-assuredness and unapologetic attitude of a “bad boy,” who forges his path in life, unafraid to challenge norms and follow his dreams with determination.

 

Attitude Bad Boy Shayari

“बदमाशी में है सबकुछ, ना है किसी से डर,
जिंदगी के हर पड़ाव पर, मैं हूँ ज़िंदा बाज़ार।

चलता हूं अपनी राह पर, हर रास्ते को चुनकर,
जिसे चाहे लहरा दूं, मैं खुद को बदमाश जानकर।

जीने का मेरा अंदाज़, हैरत से भरा हैं ज़माना,
ना है मुझे किसी की परवाह, मैं अपनी ही दुनिया बनाकर।

बदमाशी की हवा में, उड़ता हूं बेफिक्री से,
हर चुभती इरादे के पीछे, ये बदमाश छुपा हूं।”

This Shayari embodies the fearless and carefree attitude of a “bad boy,” who confidently charts his course in life, unencumbered by the opinions of others and embracing his individuality with pride.

 

Attitude Bad Boy Shayari

“बदमाशी से भरा है मेरा दिल, हर चुभती चोट से लड़ता हूं,
जो भी आये मेरी राह में, उसे मैं हर हाल में हराता हूं।

रास्ते में हर कोने से झाँकता, बदमाशी से मुस्कान बिखरती है,
दिल में है जो जज़्बात, उन्हें शब्दों में अभिव्यक्ति पाता हूं।

सिर्फ अपने अंदर की आग, हीरो के स्वरूप में रूपांतरित करता हूं,
ना है मुझे किसी की माया, ना ही किसी की परवाह, मैं अपने रास्ते का मालिक बनता हूं।

बदमाश हूं मैं, ज़िंदगी की हर सिमट में खुद को ढूंढता हूं,
जब भी आती है चुनौतियाँ, अपने दिल की धड़कन से मैं उनका सामना करता हूं।”

This Shayari reflects the bold and defiant spirit of a “bad boy,” unapologetically embracing challenges and expressing emotions with fervor while asserting independence and ownership of one’s path in life.

 

 

“हर इरादे में जोश, हर क़दम पर अदालत,
बदमाशी से भरी मेरी आवाज़, दुनिया को चौका दिलाती है।

सीने में है जो आग, हर ख्वाब में जो उमंग,
जो भी मैं करता हूँ, वो मैं खुद के लिए ही करता हूँ।

सामने आये जो चुनौतियाँ, मुझे भीड़ में खड़ा करती हैं,
लेकिन मैं अपने ज़ोर को, हर हाल में सिद्ध करता हूँ।

बदमाश हूँ मैं, दुनिया को मेरे ज़िद्दी अंदाज़ पे गर्व है,
हर चुभती इरादे के पीछे, एक सच्चे ‘बदमाश’ का दर्द छुपा हूँ।”

This Shayari embodies the resilience and determination of a “bad boy,” facing challenges head-on with unwavering resolve, and taking pride in his unconventional approach to life.

 

Part 3 of Attitude Bad Boy Shayari

“हर इरादे में है जज़्बा, हर कदम पर बदमाशी,
जीने का मेरा अंदाज़, हर दिन नए रंग बिखेरती है।

सीने में है जो आग, हर ख्वाब में उमंग,
जो भी मैं करता हूँ, वो मैं खुद के लिए ही करता हूँ।

रास्ते में हर कोने से, मैं अपनी मर्ज़ी से चलता हूँ,
ना है मुझे किसी की तानाशाही, ना ही किसी की फिक्र, मैं अपने रास्ते का मालिक हूँ।

बदमाश हूँ मैं, दुनिया को मेरे ज़िद्दी अंदाज़ पे गर्व है,
हर चुभती इरादे के पीछे, एक सच्चे ‘बदमाश’ का दर्द छुपा हूँ।”

This shayari captures the fiery spirit and unyielding determination of a “bad boy,” who confidently paves his path in life, unfazed by obstacles and staying true to his rebellious nature.

 

 

“बदमाशी में है मेरी राह, हर कदम पे नयी चुनौती,
जो भी आये मेरी राह में, उसे मैं हर हाल में हराता हूं।

रोशनी के साथ, अपनी छाया बनाता हूं,
हर चुभते इरादे के पीछे, ये बदमाश छुपा हूं।

सिर्फ अपने मर्ज़ी का मालिक, मैं खुद को पुकारा है,
जो चाहूं वही करूं, मैं खुद को बादशाह बनाया है।

बदमाश हूं मैं, दुनिया की बातों में खुद को नहीं खोता,
अपनी ही धड़कनों में, उसका अहसास करता हूं।”

This shayari reflects the fearless and unapologetic demeanor of a “bad boy,” who fearlessly confronts challenges and asserts his independence, carving his destiny with confidence and determination.

 

 

“बदमाशी में है मेरी रवानगी, हर कदम अदालत से निकाला,
जीने का मेरा अंदाज, हर मुश्किल में मुस्कान लुटाता।

रास्तों का जो भी मैं खुद ही रंग भरता हूँ,
हर रोज़ नयी बातें, नयी कहानियाँ बुनता हूँ।

सिर्फ अपने मर्ज़ी का सिखंजा, जो भी मैंने धारण किया है,
कोई भी मनादंड का पालन नहीं, बस अपनी ज़िद में अड़ा हूँ।

बदमाश हूं मैं, ज़िंदगी को अपने ही तरीके से जीता हूँ,
हर चुभते इरादे के पीछे, ये बदमाश छुपा हूँ।”

This shayari portrays the boldness and resilience of a “bad boy,” who faces life’s challenges with a rebellious spirit, refusing to conform to societal norms and living on his terms with unwavering confidence.

 

Read: Attitude Shayari in Hindi

 

“बदमाशी में है मेरी ज़िंदगी की कहानी,
हर रोज़ नया रंग, हर पल नया जोश लानी।

राह में हर कोने से झिझक, हर बार आगे बढ़ना,
जिसे मैंने मंजिल समझा, उसे हासिल कर जाना।

सिर्फ़ अपनी मर्ज़ी की परवाह, जो चाहूं वही करता हूं,
ना है मुझे किसी की माया, ना ही किसी की परवाह, मैं खुद के लिए बनता हूं।

बदमाश हूं मैं, ज़िंदगी को मेरे ज़िद्दी अंदाज़ पे गर्व है,
हर चुभती इरादे के पीछे, ये बदमाश छुपा हूं।”

This shayari reflects the adventurous and unapologetic outlook of a “bad boy,” who navigates through life with a fearless attitude, determined to carve his path and achieve his goals regardless of obstacles.

 

Part 4 of Attitude Bad Boy Shayari

“बदमाशी से भरा दिल, हर चुभते इरादे के साथ,
जीने का मेरा अंदाज़, हर चुनौती पर मुस्कान बिखेरता।

रास्तों के हर कोने में, अपनी ही राह बनाता हूँ,
जो भी आये मेरी राह में, उसे मैं हर हाल में जीता हूँ।

सिर्फ़ अपने मर्ज़ी का राजा, जो भी करता हूँ वो मैंने खुद के लिए किया है,
कोई भी मनादंड का पालन नहीं, बस अपनी मज़बूती में ही अड़ा हूँ।

बदमाश हूं मैं, दुनिया को मेरे ज़िद्दी अंदाज़ पे गर्व है,
हर चुभती इरादे के पीछे, एक सच्चे ‘बदमाश’ का दर्द छुपा हूँ।”

This Shayari encapsulates the self-assuredness and determination of a “bad boy,” who fearlessly confronts challenges and lives life on his terms, unapologetically embracing his identity and choices.

 

 

“हर क़दम पर बदमाशी, हर इरादे में है ज़िद्द,
जीने का मेरा अंदाज़, हर चुनौती पर जीत की तलाश।

राहों का मैं अपना ख़ुद का सफ़री, ख़ुद का ही नक्शा बनाता,
जो भी आये मेरी राह में, उसे मैं हर हाल में परास्त करता।

सिर्फ़ अपने मर्ज़ी की मिट्टी, जो भी छू लेता हूँ वो मैं अपना बना लेता हूँ,
कोई भी मनादंड का पालन नहीं, बस अपनी ताक़त से ही अड़ा हूँ।

बदमाश हूं मैं, दुनिया को मेरे अंदाज़ पे गर्व है,
हर चुभती इरादे के पीछे, एक सच्चे ‘बदमाश’ का दर्द छुपा हूँ।”

This shayari captures the relentless determination and pride of a “bad boy,” who refuses to be constrained by societal norms and instead carves his path with unwavering confidence and strength.

 

 

“हर चुनौती में मेरी बदमाशी, हर संघर्ष में है मेरी जुनून,
जीने का मेरा अंदाज़, हर कदम पर नया इतिहास रचाना।

राहों का मैं अपना खुद का सफ़र, खुद का ही नक्शा बनाता हूं,
जो भी आये मेरी राह में, उसे मैं हर हाल में परास्त कर जाता हूं।

सिर्फ़ अपने मर्ज़ी की मिट्टी, जो भी छू लेता हूं वो मैं अपना बना लेता हूं,
कोई भी मनादंड का पालन नहीं, बस अपनी ताक़त से ही अड़ा हूँ।

बदमाश हूं मैं, दुनिया को मेरे अंदाज़ पे गर्व है,
हर चुभती इरादे के पीछे, एक सच्चे ‘बदमाश’ का दर्द छुपा हूं।”

This Shayari reflects the unwavering determination and self-assuredness of a “bad boy,” who fearlessly confronts challenges and asserts his independence while expressing pride in his unique identity and approach to life.

 

 

“बदमाशी में है मेरी जुनूनियत, हर कदम पर नया जोश,
जीने का मेरा अंदाज़, हर चुनौती पर मुस्कान लुटाता हूँ।

राहों के में खुद का सफरी, हर मंजिल को चुनता हूँ,
जो भी आये मेरी राह में, उसे मैं हर हाल में जीता हूँ।

सिर्फ़ अपने मर्ज़ी की मिट्टी, जो भी छू लेता हूँ वो मैं अपना बना लेता हूँ,
कोई भी मनादंड का पालन नहीं, बस अपनी ताक़त से ही अड़ा हूँ।

बदमाश हूं मैं, दुनिया को मेरे अंदाज़ पे गर्व है,
हर चुभती इरादे के पीछे, एक सच्चे ‘बदमाश’ का दर्द छुपा हूँ।”

This Shayari captures the fierce determination and confidence of a “bad boy,” who boldly faces life’s challenges with a smile, unapologetically forging his own path and finding pride in his unique identity and resilience.

 

“हर कदम पे नया सवाल, हर रोज़ एक नयी ज़िन्दगी की कहानी,
बदमाशी से भरा मेरा दिल, हर चुभते इरादे की निशानी।

रास्तों पे जो भी मैं चलता, खुद के ही नक्शे में खो जाता,
हर चुनौती पर मुस्कान मुस्कान, बदमाशी से ज़िंदगी को जीता।

सिर्फ़ अपनी मर्ज़ी की धड़कन, जो भी मैं करता हूँ वो खुद के लिए ही करता हूँ,
कोई मनादंड का पालन नहीं, बस खुद की ही अपनी नियत में बसता हूँ।

बदमाश हूं मैं, दुनिया को मेरे ज़िद्दी अंदाज़ पे गर्व है,
हर चुभती इरादे के पीछे, एक सच्चे ‘बदमाश’ का दर्द छुपा हूँ।”

This shayari captures the rebellious spirit and determination of a “bad boy,” who fearlessly navigates through life, driven by his principles and unyielding resolve to conquer every challenge that comes his way.

Part 5 of Attitude Bad Boy Shayari

“हर सवाल का जवाब, हर मुश्किल का साथ,
बदमाशी से सजी मेरी राह, हर चुनौती की है सच्ची बात।

रास्ते पर अकेला, मैं हूं अपनी राह,
जो भी मुझे आवाज़ दें, वहाँ मैं हूं अपनी बात।

सिर्फ़ अपनी मर्ज़ी का मालिक, मैं हूं खुद का बादशाह,
किसी की चाहत नहीं, खुद को ही मैं खुद मंज़ूर हूं अपनाता।

बदमाश हूं मैं, ज़िंदगी की हर मुश्किल को हराता हूं,
हर चुभती इरादे के पीछे, मैं अपने आप को छुपाता हूं।”

This Shayari encapsulates the boldness and self-assurance of a “bad boy,” who confidently walks his path, unswayed by the opinions or desires of others, and confronts life’s challenges with unwavering determination.

 

“हर चुभते इरादे का सामना, हर मुश्किल की है जुनून,
बदमाशी से भरी मेरी आँखों में, ज़िन्दगी की है सच्ची कहानी कही छू जाए तो गाता हूं।

राह में हर कदम पर, हर चुनौती को बुरा समझा,
जो भी मेरे साथ है, उसे मैं हर हाल में नया सबक सिखाता हूं।

सिर्फ़ अपने मर्ज़ी का राजा, जो भी करता हूं वो मैं अपने लिए करता हूं,
कोई भी मनादंड का पालन नहीं, बस खुद की ही मर्ज़ी में मैं सुखी हूं।

बदमाश हूं मैं, दुनिया को मेरे अंदाज़ पे गर्व है,
हर चुभती इरादे के पीछे, बदमाश का अद्भुत सच्चाई छुपा हूं।”

This Shayari reflects the audacious and assertive attitude of a “bad boy,” who faces life’s challenges with zeal and teaches valuable lessons to those around him, while remaining true to his own desires and finding contentment in living life on his terms.

 

“हर चुभते इरादे का सामना, हर मुश्किल की है मुकाबला,
बदमाशी से सजी मेरी राह, हर चुनौती की है अपनी अलग कहानी कही बस अपने ही सुनाता हूं।

राह में हर कदम पर, हर चुनौती को बुरा समझा,
जो भी मेरे साथ है, उसे मैं हर हाल में नया सबक सिखाता हूं।

सिर्फ़ अपने मर्ज़ी का राजा, जो भी करता हूं वो मैं अपने लिए करता हूं,
कोई भी मनादंड का पालन नहीं, बस खुद की ही मर्ज़ी में मैं सुखी हूं।

बदमाश हूं मैं, दुनिया को मेरे अंदाज़ पे गर्व है,
हर चुभती इरादे के पीछे, बदमाश का अद्भुत सच्चाई छुपा हूं।”

This Shayari encapsulates the boldness and individuality of a “bad boy,” who confronts life’s challenges with confidence, imparts wisdom to others, and lives according to his own rules, finding pride and contentment in his unique journey.

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